Mansarovar Park Slum story
साहब क्या बताऐं पिछले साल आग लगी हमारा सब कुछ जल गया कुछ पैसे बचा के रखे थे वो भी जल गये किसी तरह भाग के अपने बच्चों को बचा पाये हमारा हाल पूछने कोई नहीं आता है दिन भर कूङा बिनते है तब जाके कहीं पेट भरता है पास में एक हैंडपम्प है उसी से काम चलाना पङता है पीने के लिऐ भी और कपङे धोने के लिऐ भी ह मारे पास तो चूल्हा भी नहीं है साहब मिट्टी से चूल्हा बनाया है उसी पे खाना बनाते है आप देख ही रहे है अगर आपके बस में हो तो कुछ करिये: "मानसरोवर पार्क की झुग्गी में रहने वाले निवासी का कथन" इतना सुनने के बाद मैनें खुद से पूछा क्या मैं इन लोगों के लिऐ कुछ कर सकता हूं क्योंकी.............!!!! मेरे शहर में आख खोलकर सोते है लोग दिखाई सब देता है... पर हलचल नहीं करते...............!!!!! #MansarovarkParkSlumStory